Tata Steels West Bokaro Division awards Jyoti Fellowship to 220 meritorious SCST students
अपने एफरमेटिव एक्शन पॉलिसी के तहत टाटा स्टील ने 14 फरवरी को वेस्ट बोकारो के स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में आयोजित ज्योति फेलोशिप पुरस्कार वितरण समारोह में आर्थिक रूप से कमजोर 220 मेधावी एससी/एसटी विद्यार्थियों को सम्मानित किया। इस समारोह में श्रीमती रेखा मिश्रा के साथ श्रीमती रूचि नरेन्द्रन ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की।
वेस्ट बोकारो और इसके आसपास रहने वाले आर्थिक रूप से कमजोर एसटी/एससी वर्ग के विद्यार्थियों को फेलोशिप ग्रांट दिया गया। वेस्ट बोकारो के टॉपर्स को 4 टैबलेट, 7 कलाई घड़ियां, सर्टिफिकेट दिये गये, और मेधावी विद्यार्थियों को पेंगुइन पब्लिकेशन द्वारा विजुअल डिक्शनरी दी गई। विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में नामांकित विद्यार्थियों के बीच फेलोशिप के तहत 11.18 लाख रुपये की राशि वितरित की गयी। श्रीमती रूचि नरेंद्रन ने विद्यार्थियों को चेक सौंपा और उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए उन्हें अपनी शिक्षा के लिए अनुदान का सर्वोत्तम उपयोग करने का सुझाव दिया। कार्यक्रम का संचालन श्री केशव रंजन, यूनिट हेड, टाटा स्टील रूरल डेवलपमेंट सोसाइटी (टीएसआरडीएस), वेस्ट बोकारो यूनिट, श्री आदित्य सिंह, एक्जीक्यूटिव, टीएसआरडीएस, वेस्ट बोकारो यूनिट, टाटा स्टील, श्री अरुण अग्रवाल, सीनियर एक्ज़ीक्यूटिव, स्किल डेवलपमेंट ऐंड एजुकेशन डिपार्टमेंट, टीएसआरडीएस, वेस्ट बोकारो यूनिट, टाटा स्टील द्वारा किया गया।
इस अवसर पर श्रीमती रूचि नरेंद्रन ने कहा, “शिक्षा वह नींव है, जिस पर कल का निर्माण होता है। हालांकि कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) की इसकी कई अन्य पहल भी है, फिर भी टाटा स्टील अपने संचालन के क्षेत्रों में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास करती रहती है। ज्योति फेलोशिप कार्यक्रम न केवल आर्थिक रूप से कमजोर मेधावी छात्र-छात्राओं को शिक्षा सुविधाएं प्रदान करता है, बल्कि उनके सपनों को भी जीवित रखता है। बच्चों को दिया जाने वाला दृश्य शब्दकोश (विजुअल डिक्शनरी) टीएसआरडीएस की एक अनूठी पहल है और इससे विद्यार्थियों को लंबे समय तक मदद मिलेगी। ”
ज्योति फेलोशिप कार्यक्रम के तहत, टाटा स्टील एक दीर्घकालिक नजरिए से शिक्षा में सहयोग के लिए एससी/एसटी वर्ग के वंचित परंतु मेधावी विद्यार्थियों को फेलोशिप राशि प्रदान करती है। कक्षा 07 वीं में मेरिट टेस्ट उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी को कक्षा 12वीं तक यह सहायता प्रदान की जाती है, इसके बाद अनुदान का वार्षिक नवीनीकरण किया जाता है। इसके अलावा, यह कार्यक्रम स्नातक के विद्यार्थियों को आर्थिक मदद प्रदान करने के साथ-साथ मेरिट टेस्ट में उनके प्रदर्शन के अंतिम मूल्यांकन के बाद भी उनकी मदद करता है।
इस अवसर पर श्रीमती रूचि नरेंद्र ने ’मातृ शिशु मेला’ का भी दौरा किया, जो बच्चों के स्वास्थ्य और पोषण के मुद्दों पर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में 210 से अधिक स्वस्थ शिशुओं ने हिस्सा लिया। 45 अन्य शिशुओं के साथ बिरहोर समुदाय के 5 स्वस्थ शिशुओं ने ‘स्वस्थ शिशु’ पुरस्कार जीता। उन्हें उपस्थिति अतिथियों ने प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया। श्रीमती नरेंद्रन ने शंकर नेत्रालय के सहयोग से तीसरे मोतियाबिंद सर्जरी शिविर का भी उद्घाटन किया। पिछले 7 वर्षों में वेस्ट बोकारो में मोतियाबिंद सर्जरी शिविर से 7000 से अधिक मरीजों ने इस निःशुल्क चिकित्सा सुविधा का लाभ उठाया। इस अवसर पर 14 ग्राम पंचायतों के सदस्य भी उपस्थित थे। मात्र-शिशु मेला और मोतियाबिंद नेत्र शल्य चिकित्सा शिविर दोनों का आयोजन मुकुंदबेरा मैदान, वेस्ट बोकारो में किया गया था।
कार्यक्रम में सुश्री मिनाक्षी कुचरू, सुश्री सुनीता रजोरिया, श्री देवदूत मोहंती, ऑनेररी सेक्रेट्री, सुश्री सरिता देवी, अध्यक्ष, पंचायत समिति, रामगढ़, सुश्री चंद्रमणि देवी, पंचायत समिति, मांडू, श्री महेश प्रसाद, अध्यक्ष, आरसीएमएस, श्री कैलाश गोप सेक्रेट्री, आरसीएमएस समेत टाटा स्टील के अन्य वरीय अधिकारी आदि उपस्थित थे।